दोस्तों क्या आप जानते हैं कि ममता कुलकर्णी का एक साधारण लड़की से अपने दौर की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक बनने का सफ़र एक ऐसी कहानी है जिसे किसी परिचय की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने 1992 में फ़िल्म तिरंगा से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और 2002 में कभी तुम कभी हम की रिलीज़ के बाद 2000 के दशक की शुरुआत में इंडस्ट्री छोड़ दी। महज़ 12 साल के करियर में ममता कुलकर्णी ने वो सफलता हासिल की जो उनके दौर की कई अभिनेत्रियाँ उनसे ज़्यादा लंबे करियर के बावजूद नहीं कर पाईं।

ममता कुलकर्णी की कहानी: जानिए क्यों उन्होंने अपने करियर के चरम पर अभिनय छोड़ दिया

गैर-फ़िल्मी परिवार से होने के बावजूद, ममता कुलकर्णी ने जिस तरह से हिंदी सिनेमा पर अपनी छाप छोड़ी, वह वाकई काबिले तारीफ़ है। प्रतिष्ठित अभिनेत्री ने कई यादगार फ़िल्मों में काम किया, जिनमें सबसे बड़ा खिलाड़ी, आंदोलन, बाज़ी, चाइना गेट, वक़्त हमारा है, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, आशिक आवारा, कभी तुम कभी हम और कई अन्य शामिल हैं। आज भी ममता कुलकर्णी को हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है।
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